Hum Dil Ki Dhadkan Ki Lay Par
D N Madhok
हम दिल की धड़कन की ले पर
फ़ुर्सत से गाने गाते है
जिनको हम भूल नही सकते
ओ हम उनको कब याद आते है
में लाख भूलता हू उनको
वो रह रह कर याद आते है
एक कदम उठता हू आगे
वो पीछे हट हट जाते है
इक खुशी के बदले आठ पहर
आँखो से अश्क बहते है
दिल थाम थाम कर रोते है
हो जो उलफत उलफत गाते है
एक तरफ मोहब्बत रोती है
एक तरफ जनाजे आते है
जय हिंद जूबा से बोल सिपाही
अब पाव डोले जाते है
जय हिंद
हम गाते है शिकवे उनके
वो मिट्टी के गुण गाते है
हम तुमसे मिलने को प्रीतम
ओ मिट्टी को गले लगते है