Dagabaaz Kaun Bharosa Tera
D N Madhok
दगाबाज कौन भरोसा तेरा
खेल खेल में ओ बेदर्दी
फूँक दिया घर मेरा
हो कौन भरोसा तेरा
जिस दिल से निकली न हाय
वो क्या जाने दर्द पराए
जिस दिल से निकली न हाय
वो क्या जाने दर्द पराए
बर्बाद आखे रात है कैसी
कैसा साँझ सवेरे
हो कौन भरोसा तेरा
रोते है अरमान हमारे
न जा न जा लौट के आ रे
रोते है अरमान हमारे
न जा न जा लौट के आ रे
हुस्न मोहब्बत देखि है
मेरे जैसे लाख है तुमको
तुमसा कोई न मेरा
हो कौन भरोसा तेरा