Kya Hua
Yash Narvekar
तेरे प्यार की तलब लगी है ये मुझे
मेरे दर्द की यही है सज़ा
इस रात का नया सवेरा हो अगर
तू ही तो बने मेरी सुबह
यही इलतेज़ा मेरी है
मेरी आरज़ू तू ही है
तू ही है मेरी जान
मेरा जहाँ तू ही है
मेरा आसमान तू ही है
है तू ही मेरी जान
क्या हुआ हमें यह
क्यूँ हुए जुदा यूँ हम
ये बता
मे मे मे मेरी जान जानेजा
सुन ये इलात्ज़ा इलात्ज़ा
ये दिल की तुम हो रज़ा
हो ओ
हो ओ रास्ते सभी खो गये कहीं
क्यूँ ना मिली हमें मंज़िले
तू दिखे जहाँ मेरा है घर वही
कैसे अजीब ये सिलसिले
ऐसे कहीं मिल जाए
ये फ़ासले मिट जाए
और हम ना हो जुदा
क्या हुआ क्या हुआ हमें ये
क्यूँ हुए क्यूँ हुए जुदा
यूँ हम ये बता
मे मे मे मेरी जान जानेजा
सुन ये इलात्ज़ा इलात्ज़ा
ये दिल की तुम हो रज़ा हो रज़ा
क्या हुआ हमें क्यूँ हुए
जुदा यू हम
क्या तन्हाई है उलझी उलझी
याद है आई है उनकी उनकी