Aana Aaja Na
आओ ना आजा ना आज आई है मिलने की बेला
आ ना आजा ना अब लागे जिया ना अकेला
आ ना आजा ना आज आई है मिलने की बेला
आओ ना आजा ना अब लागे जिया ना अकेला
मेरे जीवन में तन मन में तुझसे ही मिलने की आग लगी है है है है
मेरी धड़कन में तड़पन में तेरी ही तेरी ही तृष्णा जागी है
मैं हूँ रूपमति लीलावती तेरी रति ओ मेरे प्राणप्रिय पास आजा
आ ना आजा ना आज आई है मिलने की बेला
आओ ना आजा ना अब लागे जिया ना अकेला
मेरे अधरों से अधरों पे, अधरों पे, अधरों पे
अधरों पे, अधरों पे, अधरों पे, अधरों पे
अमृत के प्यालो का रंग लगाले
मैं तेरी दासी हू, प्यासी हू जन्मो से तू मुझको अंग लगाले
मैं हू रैन कली रिसमेकली सुन
आ मान बात मेरी पास आना
आजा ना आज आई है मिलने की बेला
आ आ आ आ ना आजा ना अब लागे जिया ना अकेला