Dhoop Mein
RAJESH ROSHAN, SAMEER ANJAAN
अरे धुप में निकला न करो रूप की रानी
धुप में निकला न करो रूप की रानी
गोरा रंग काला न पड़ जाए
मस्त मस्त आँखों से छलकाओ न मदिरा
मधुशाला में ताला न पड़ जाए
धुप में निकला न करो रूप की रानी
गोरा रंग काला न पड़ जाए
तुम जो थक गयी हो तो बाहों में उठा ले
तुम जो थक गयी हो तो बाहों में उठा ले
हुक्म दो हमें तो अभी पालकी ला दे
पंत है पथरीला पैदल न चलो तुम
कहीं पाँव में छाला न पड़ जाए
धुप में निकला न करो रूप की रानी
गोरा रंग काला न पड़ जाए