Iss Baarish Mein [Neeti Mohan]
इक दूसरे से यूँ दूर हो के
तेरी मोहब्बत में मजबूर हो के
तरसी हे आँखें बरसे हे आँसू
रो रो के ये देते ये सदाए आसूं
काश की तू हो जाए मेरा फ़रियाद क्र रही हूँ
इस बारिश में मैं बस तुमको याद कर रही हूँ
इस बारिश में मैं बस तुमको याद कर रही हूँ
सावन की इक भूली बिसरी कहानी
वो पल वो लम्हे और आँखों का पानी
बादल के शोरो में बारिश की आहट
बिन तेरे जीने की ये झटपाहट
तेरी बातों से अपने दिल को आबाद कर रहा हूँ
इस बारिश में मैं बस तुमको याद कर रही हूँ
इस बारिश में मैं बस तुमको याद कर रही हूँ
यूँ भीगती हूँ के पा लूँ में तुमको
बाहों में अपनी छुपा लूँ में तुमको
फिर बिखरा बिखरा अधूरी हे खवाइश
क्यों दिल को इतना दुखाती हे बारिशः
एहसास में आखो को मूंदे
किस जिक्र में और कहाँ तुंक्को ढूंढे
हर दर्द दिल का देता दुहाई
क्या याद मेरी तुमको न आयी
तेरी बातों से अपने दिल को आबाद क्र रही हूँ
इस बारिश में मैं बस तुमको याद कर रहा हूँ
इस बारिश में मैं बस तुमको याद कर रहा हूँ