Tu Lage Mujhe
तू लगे मुझे खवाब खवाब सा
शायर यह रातें जागता
तेरे बारे लिखा नही काफ़ी दिन से
पहले जैसे नही तुज़से राबता
तू लगे मुझे खवाब खवाब सा
शायर यह रातें जागता
तेरे बारे लिखा नही काफ़ी दिन से
पहले जैसे नही तुज़से राबता
हाँ उसकी याद मूज़े रात भर सताती
कलम हथियार है पर वक़्त नही काट पति
एक वक़्त पे था ज़हेनी सुकून में
तकलीफ़ में वो घूम आज बात भी नही पति
साफ बोल मेरे लिए क्या है दिल में
प्यार भारी बातें करूँ आके फील में
रियल मे मिलती नही तू दिखती बस रील में
डूबता मई नज़रों मई मैं डुबु जैसे जील में
कुछ महसूस नही होता जैसे सोया हूँ
बस तेरे ख़यालो मई मैं खोया हुवा हूँ
रोया हूँ आके गले से लगा ले मुझे
खोया हूँ आके मंज़िल से मिला दे मुझे
तू लगे मुझे खवाब खवाब सा
शायर यह रातें जागता
तेरे बारे लिखा नही काफ़ी दिन से
पहले जैसे नही तुज़से राबता
तू लगे मुझे खवाब खवाब सा
शायर यह रातें जागता
तेरे बारे लिखा नही काफ़ी दिन से
पहले जैसे नही तुज़से राबता
हाँ सब कुछ ठीक है, मैं खुश हूँ (खुश हूँ)
दोस्त पूछे तो मैं झूठ कहता हूँ (झूठ कहता हूँ)
ज़रा पूछ तेरे बिना रातें कैसे (रातें कैसे)
करवटो का हिसाब करता रहता हूँ
आ पास बेत मेरे तुजे प्यार करना है
बेहिसाब करना है, ऐतबार करना है
प्यार है ही नही तो आके मूह पे केहदे
रोज़ रोज़ नही मुझे एक बार मरना है
वो मेरी तरहा तुझे पुकारता है क्या
इंतेज़ार में शामे गुज़रता है क्या
माना रखता हे वो तुजपे नज़र
मेरी तरहा तेरी नज़र उतरता है क्या
तू लगे मूज़े खवाब खवाब सा
शायर यह रातें जागता
तेरे बारे लिखा नही काफ़ी दिन से
पहले जैसे नही तुझसे राबता
तू लगे मुझे खवाब खवाब सा
शायर यह रातें जागता
तेरे बारे लिखा नही काफ़ी दिन से
पहले जैसे नही तुझसे राबता (तुझसे राबता)