Ek Nanhi Si Kali Roye
एक नन्ही सी कली
एक नन्ही सी कली
रोए डाली के लिए
जिसने तड़पा दिया
तड़पे उसी माली के लिए
एक नन्ही सी कली
रोए डाली के लिए
जिसने तड़पा दिया
तड़पे उसी माली के लिए
जिसने तड़पा दिया
तड़पे उसी माली के लिए
बढ़े जब गम के अंधेरे
तो उजाला भी मिला
मिले आंसू तो कोई
चाहने वाला भी मिला
रहा अपनों से गिला
प्यार गैरों से मिला
प्यार गैरों से मिला
मिला रहबर ना फिर भी
जस्तुजू तमाम हुई
मिली तो सुबह खुशी की
उदास शाम हुई
नैन के दिए जले
जिनमें अंधेरे पले
जिनमें अंधेरे पले
एक नन्ही सी कली
रोए डाली के लिए
जिसने तड़पा दिया
तड़पे उसी माली के लिए
तड़पे उसी माली के लिए