Bhagwan Ki Dekho Bhool
भगवान की देखो भूल
बिछड़ गया डाली से एक फूल
रहा अब किससे नाता
आसमान अब पिता है इसका
ओर धरती इसकी माता
भगवान की देखो भूल
ये किस्मत की बात है काली रात
ओपर काटो से घिरा है गुलाब
विधि ने ना जाने किन घड़ियो में
लिखी है ये किताब
लिखी है ये किताब
अब समाज के अत्याचारो का
जब चक्कर चलेगा
डर लगता है तूफ़ानो मे
कैसे दिया जलेगा
कैसे दिया जलेगा
दिया जिस मलिक ने प्राण
उसी की होगी अब पहचान
जो बालक सब का कहलाता
आसमान अब पिता है इसका
ओर धरती इसकी माता
भगवान की देखो भूल
ये किसने छेड़ी सहनाई
किसकी चली है डॉली
किस भाई से बिछड़ चली है
ये बहना अनबोली
ये बहना अनबोली
इक प्यार था वो भी रुत चला
एक तार था वो भी टूट चला
दो नन्ही नन्ही आँखो से
आसू का झरना फुट चला
आसू का झरना फुट चला
हुई दूर ये सर से छावं
बहन भी चली है अपने गाँव
कौन अब धीर बांधता
आसमान अब पिता है इसका
और धरती इसकी माता
भगवान की देखो भूल
बिछड़ गया डाली से एक फूल
रहा अब किससे नाता
आसमान अब पिता है इसका
ओर धरती हे माता
भगवान की देखो भूल