Pardesiya
Harnoor Randhawa
परदेसिया, थम जा, जरा
परदेसिया, थम जा, जरा
यूँ ना जा, ओ ज़ालिमा
हो परदेसिया थम जा जरा
कमली दे नैन दीवान
हो का बेचैन दीवाने
ख़ामोश हैं, प्यास मिटा के
जब से है सावन आया
बन के घना रे साया
बैठे हैं ये, आस लगा के
कैसी क़यामत होगी
हसरतों की शामत होगी
आएगा जब तू, ओ पिया
तेरी दीवानी, करके बेगानी
यूँ ना तू मुझको तड़पा
परदेसिया थम जा जरा
मेरी दीवानों से, है ये गुज़ारिश
साज़िश में शामिल रही है ये बारिश
कभी ये सताए, कभी ये रुलाए
गुज़रा ज़माना, जब याद आए
क़िस्सा-ए-नूर, जो तेरा
परदेसिया
ओ परदेसिया थम जा जरा
यूँ ना जा, ओ ज़ालिमा यूँ ना जा, ओ ज़ालिमा
हो परदेसिया, परदेसिया, परदेसिया