Tum Karuna Ke Sagar Ho [Short]
Narayan Agrawal
तुम करूणा के सागर हो प्रभु मेरी गागर भर दो
तुम करूणा के सागर हो प्रभु मेरी गागर भर दो
थके पाँव है दूर गांव है अब तो कृपा कर दो, ओ ओ ओ
तुम करूणा के सागर हो प्रभु मेरी गागर भर दो
तुम करूणा के सागर हो प्रभु मेरी गागर भर दो
हरे कृष्ना, हरे कृष्ना कृष्ना कृष्ना, हरे हरे