Main Chahta Bhi Yehi Tha
मैं चाहता भी यही था
वो बेवफा निकले
मैं चाहता भी यही था
वो बेवफा निकले
उसे समझने का कोई तो
उसे समझने का कोई तो
सिलसिला निकले
मैं चाहता भी यही था
वो बेवफा निकले
किताब-ए-माज़ी के
पन्ने उलट के देख जरा
किताब-ए-माज़ी के
पन्ने उलट के देख जरा
ना जाने कौन सा
पन्ना मुदा हुआ निकले
ना जाने कौन सा
पन्ना मुदा हुआ निकले
जो देखने में बहुत हाय
करीब लगता है
जो देखने में बहुत हाय
करीब लगता है
उसी के बारे में
सोचो से फ़ासिला निकले
उसी के बारे में
सोचो से फ़ासिला निकले
उसे समझने का कोई तो
सिलसिला निकले
उसे समझने का कोई तो
सिलसिला निकले
मैं चाहता भी यही था
वो बेवफा निकले