Tum Chahe Humko Pasand Na Karo
तुम चाहे हमको पसंद ना करो
पर तुम हमको पसंद हो पसंद हो
पर तुम हमको पसंद हो
छलिया जो सौ सौ रूप बदले
वो हमे कैसे पसंद हो पसंद हो
वो हमे कैसे पसंद हो
छाँव जैसे बादल की धूप जैसे सावन की
वैसे ना जाने किस पल तुम बदलो
बात जैसे सपने की रंग जैसे मौसम का
वैसे ना जाने किस पल तुम बदलो
दीवाने को यू तड़पाना
तुम जो हमे दिल से पसंद कर लो
अपनी तो किस्मत बुलंद हो बुलंद हो
अपनी तो किस्मत बुलंद हो
छलिया जो सौ सौ रूप बदले
वो हमे कैसे पसंद हो पसंद हो
वो हमे कैसे पसंद हो
बिन सोचे दिल खोके प्यार में पागल होके
तुम इन बहारों में कभी खोई नही
ये बहारे बोलेंगी भेद दिल के खोलेंगी
दिल में तुम्हारे सिवा तो कोई नही
लाख मनाया दिल ना माना
हम कैसे तुमको पसंद ना करे
जब तुम दिल को पसंद हो पसंद हो
हा तुम दिल को पसंद हो
हा तुम हमको पसंद हो पसंद हो
हा तुम हमको पसंद हो