Samjhe The Jise Apna
Qamar Jalalabadi
समझे थे जिसे अपना
समझे थे जिसे अपना
निकला है वो बेगाना
समझे थे जिसे अपना
निकला है वो बेगाना
तू याद न कर उसको
तू याद न कर उसको
अब ए दिल दीवाना
तू याद न कर उसको
अब ए दिल दीवाना
रोटी नहीं आँखों ने
दो बात ही देखि है
रोटी नहीं आँखों ने
दो बात ही देखि है
एक उनसे नज़र मिलना
एक उनसे नज़र मिलना
एक उनसे बिछड़ जाना
एक उनसे नज़र मिलना
एक उनसे बिछड़ जाना
खाने के लिए ठोकर
पीने के लिए आंसू
खाने के लिए ठोकर
पीने के लिए आंसू
तकदीर में लिखा है
तकदीर में लिखा है
बन बन के बिगड़ जाना
बन बन के बिगड़ जाना
तकदीर में लिखा है
बान बाँके बिगड़ जाना
तक़दीर की मर्ज़ी है
तक़दीर की मर्ज़ी है
सोती है तो सोने से
ए दिल मुझे रोने दे
ए दिल मुझे रोने दे
ए दिल मुझे रोने दे