PAPA
मैने बहुत कुछ लिखा है अपनी मा के बारे
पर पापा आज आपसे कुछ कहना चाहता हूँ
की मा अगर जन्नत तो आप जन्नत के भगवान हो
मा अगर खीर तो आप मीठे पकवान हो
मा है आयात तो आप पूरी क़ुरान
लोवे योउ पापा
तुझमे बस्ती है मेरी जान यॅ
बचपन से लेके आज तक ऐश कराई
खिलोनो की दुकान मेरे रूम में सजाई
याद जब तुम्हारे पास पैसे नही थे पापा
तू ने उधार पकड़ के मुझे बिके थी दिलाई
फिर एकदम चढ़ा मुझे संगीत का बुखार
ज़िद मेरी दिला दो इन्स्ट्रुमेंट अगर मुझसे प्यार
दो हज़ार बस बॅंक अकाउंट में थे तेरे
तूने सारे पैसे निकल के मुझे लेडी गिटार
अब बूढ़ा हुआ जिस्म उनका
और ढूंप में काम है
सुबह से लेके शाम तक
उन्हे कोई ना आराम है
इश्स उमर में भी मज़दूरी करके घर चलना कोई
जुंग से कम नही पापा तुझे सलाम है
सच कहूँ यूयेसेस रब से ज़्यादा करूँ तेरा जाप
दुनिया चाहे भाड़ में मेरा सब कुछ हो आप
जितनी भी बार लून मैं धरती पे जानम
रब्बा इनको ही बना के भेजना तू मेरा बाप
लड़खड़ाई कश्ती क़िस्मत की
तूने हर बार संभाला है
बंदे के लिबास में खुदा है वो
जिसने मुझे पाला है
फ़क़ीरों जैसी हालत
की खुद पे तरस ना आता है
ले दिया महँगा फोन
खुद टूटा हुआ वो चलता है
ख़ाता नही खाना वक़्त पे हुमारे लिए
करता खुश रहने का नाटक
असल में आँसू बहता है
कड़ी धूप में काम करके
क्यूँ चाँदी को जलाया पापा
मेहनत का खा के जीना
तूने ही सिखाया पापा
माना तेरी आँखों की
कम हो गयी रोशिनी
रोशन मंज़िल का रास्ता
तूने ही दिखाया पापा
ना जाने क्यूँ रहता
तुझे खोने का दर्र
टूट चुका हूँ अंदर से
याद आता अपना घर
सजदों में करता बस एक फरियाद
तेरी आने से पहले मौत चूम ले मेरा सर
भूला नही तेरी सारी बातें मुझे याद है
तू मेरे लिए पहले, रब तेरे बाद है
रातों में बातों में यादों में तेरा ख़याल
तू मेरे साथ तो फिर घाम भी कमाल
रूहों के रिश्ते हैं जिस्मों से उपर
कोई अलग करे क्या उनकी मज़ाल
जिन्हे उंगली फढ़ मैनउ टूर्ना सिखाया आए
मेरे पीछे उन्हे की नि गवाया है
तेरे सामने लोक्की मैनउ केह्ंदे सी निकँमा
ले देख बापू तेरा पूत आज tv ते आइए है