Kya Toota Hai Ander
क्या टूटा है अन्दर अन्दर क्यूँ चेहरा कुम्हलाया है
क्या टूटा है अन्दर अन्दर क्यूँ चेहरा कुम्हलाया है
क्या टूटा है अन्दर अन्दर क्यूँ चेहरा कुम्हलाया है
तन्हा तन्हा रोने वालो कौन तुम्हें याद आया है
क्या टूटा है अन्दर अन्दर क्यूँ चेहरा कुम्हलाया है
चुपके चुपके सुलग़ रहे थे
चुपके चुपके सुलग़ रहे थे याद में उनकी दीवाने
चुपके चुपके सुलग़ रहे थे याद में उनकी दीवाने
इक तारे ने टूट के यारो
इक तारे ने टूट के यारो क्या उनको समझाया है
क्या टूटा है अन्दर अन्दर क्यूँ चेहरा कुम्हलाया है
रंग बिरंगी इस महफ़िल में
रंग बिरंगी इस महफ़िल में तुम क्यूँ इतने चुप चुप हो
भूल भी जाओ पागल लोगो
भूल भी जाओ पागल लोगो क्या खोया क्या पाया है
क्या टूटा है अन्दर अन्दर क्यूँ चेहरा कुम्हलाया है
अब 'शहज़ाद' ये झूठ न बोलो
अब 'शहज़ाद' ये झूठ न बोलो वो इतना बेदर्द नहीं
अब 'शहज़ाद' ये झूठ न बोलो वो इतना बेदर्द नहीं
अपनी चाहत को भी परखो
अपनी चाहत को भी परखो गर इल्ज़ाम लगाया है
क्या टूटा है अन्दर अन्दर क्यूँ चेहरा कुम्हलाया है
तन्हा तन्हा रोने वालो
तन्हा तन्हा रोने वालो कौन तुम्हें याद आया है
क्या टूटा है अन्दर अन्दर क्यूँ चेहरा कुम्हलाया है