MANZILAIN GAR KHO BHI JAEN
मंज़िलें गर खो भी जाएँ रास्ता ज़िंदा रहे
मंज़िलें गर खो भी जाएँ रास्ता ज़िंदा रहे
मेरे तलवों में सफ़र का ज़ायक़ा ज़िंदा रहे
मंज़िलें गर खो भी जाएँ रास्ता ज़िंदा रहे
तेरी चाहत में हमारा हार जाना जीत कर
तेरी चाहत में हमारा हार जाना जीत कर
हम जहाँ में हूँ ना हूँ यह सानिहा ज़िंदा रहे
मंज़िलें गर खो भी जाएँ रास्ता ज़िंदा रहे
याद के तपते नगर में तेरा आँचल साथ हो
याद के तपते नगर में तेरा आँचल साथ हो
दिल की गलियों में हवा का सिलसिला ज़िंदा रहे
मंज़िलें गर खो भी जाएँ रास्ता ज़िंदा रहे
शहर ए दिल के अजनबी को नींद आए धूप में
शहर ए दिल के अजनबी को नींद आए धूप में
शब के दिल में रतजगों का वास्वासा ज़िंदा रहे
मंज़िलें गर खो भी जाएँ रास्ता ज़िंदा रहे
मेरे तलवों में सफ़र का ज़ायक़ा ज़िंदा रहे
मंज़िलें गर खो भी जाएँ रास्ता ज़िंदा रहे