Kurbaan Hua
NIRANJAN IYENGAR, SALIM MERCHANT, SULAIMAN MERCHANT, Salim Sadruddin Merchant, Sulaiman Sadruddin Merchant
कुर्बान हुआ तेरी टिशनगी में यून
कुर्बान हुआ तेरी आशिक़ी में यून
बेखुदी में
बेकली में
बेकासी में हुआ
तुझको हर दुआ दी
और दागा भी और फ़ना हुआ
कुर्बान हुआ कुर्बान हुआ
आडया पे वफ़ा पे जफ़ा पे
कुर्बान हुआ कुर्बान हुआ
रूबरू है तू मगर
तनहा है यह जहाँ
जल उठे मेरी कूफ्रा से
साँसों का यह समा हो
क्या हुआ
पल में जाने खो गया क्यों
तू मिला
और जुड़ा ईमान हुआ यून
बेखुदी में
बेकली में
बेकासी में हुआ
तुझको हर दुआ दी
और दागा भी और फ़ना हुआ
कुर्बान हुआ कुर्बान हुआ
आडया पे वफ़ा पे जफ़ा पे
कुर्बान हुआ कुर्बान हुआ
मरने का सबब माँगता रहा डरबदार
मिटने को तो दिल पल में राज़ी हुआ
पूरी हुई हर आरज़ू हर दास्तान मेरी
के तुम शुरू हुए जहाँ मैं ख़तम हुआ
कुर्बान हुआ कुर्बान हुआ
अदा पे वफ़ा पे जफ़ा पे
कुर्बान हुआ कुर्बान हुआ