Tere Hi Hai Nishan
Vicky, Tejas
ये पलकों के इशारे, कैसी है ये ज़ुबाँ
ये किस्सों में सारे तेरे ही हैं निशाँ
ये बातों की शरारत, ये सूना कारवाँ
ये वादों में सारे तेरे ही हैं निशाँ
तेरे ही हैं निशाँ, तेरे ही हैं निशाँ (आ आ)
अजीब सी शामें, वही अजीब सा इंतज़ार
जाने कैसा शोर है, अजीब सी है पुकार
तू गई मैं थम गया, जाने कहाँ मौसम गया
दिन गए, रातें गईं, यादों का वो आलम गया
ये पलकों के इशारे, कैसी है ये ज़ुबाँ
ये किस्सों में सारे तेरे ही हैं निशाँ
ये बातों की शरारत, ये सूना कारवाँ
ये वादों में सारे तेरे ही हैं निशाँ
तेरे ही हैं निशाँ, तेरे ही हैं निशाँ (आ आ)