दो का चार
दो का चार तेरे लिए सोलह
तू जरदे की हिचकी गुलकंद का तोला
तू मीठा पान मैं कत्था कोरिया
देखा जो तुझको
मेरा दिल ये बोला
तू राज दुलारी
मैं शंभू भोला
तू मन मोहिनी मेरा बैरागी चोला
तू तेज़ चिंगारी
मैं चरस का झोला
तू मीठा रूहफजा मैं बर्फ का गोला
उड़ती है खुशबू किमामी
होता नशा जाफरानी
मैं बेतोड़ दर्द की कहानी
तू ही तो है मेरा मलहम यूनानी
दो का चार तेरे लिए छत्तीस
देखु जो तुझको हो जाता हूँ बत्तीस
दो का चार तेरे लिए सोलह
देख के ही तुझको मेरा ये दिल बोला
मजनू है सर पे सवार
कलेजे पे चलती कतार
हाए तेरी नीली कुरती लाल फीता
तू आती तो आती बहार
दो का चार तेरे लिए गल्ला
तू ही तो अल्लाह तू ही मोहल्ला
दो का चार तेरे लिए सोलह
देखा जो तुझको मेरा दिल ये बोला