Aashiqon ki Mehfil
हो गई है बहुत तेरी मनमर्ज़ियाँ
अब तू सुन ले ज़रा इश्क की अर्ज़ियाँ
फिर शुरू हो गई तेरी बेशर्मियाँ
क्यों समझते नहीं मेरी ख़ामोशियाँ
इतना सताओ ना दिल को जलाओ ना
दूर हटो हमसे हाथ लगाओ ना
हुस्न कमाल बुरा हाल मेरा देख मेरी जान
आशिक़ों की महफ़िल में कबसे खड़े हैं
आशिक़ों की महफ़िल में कबसे खड़े हैं
एक निगाह ग़लती से हम पे भी डालो
बाद में ज़माने से तुम इश्क़ करना
आग जो लगी है वो पहले बुझा लो
आशिक़ों की महफ़िल में लाखों खड़े हैं
क्यूँ निगाह अपनी मैं तुम पे ही डालू
इस क़दर हसीन हूँ के सारा ज़माना
रोज़ हमसे कहता है अपना बना लो
इस तरह नज़कत से पलकें झुकाना
तुम्हे खूब आता है पागल बनाना
इस तरह नज़कत से पलकें झुकाना
तुम्हे खूब आता है पागल बनाना
हो बात को इशारों में हम कह रहे हैं
और तुम ये कहते हो लिख के बताना
समझ भी जाओ ना पास तो आओ ना
हुस्न कमाल बुरा हाल मेरा देख मेरी जान
आशिक़ों की महफ़िल में लाखों खड़े हैं
क्यूँ निगाह अपनी मैं तुम पे ही डालू
इस क़दर हसीन हूँ के सारा ज़माना
रोज़ हमसे कहता है अपना बना लो
आशिक़ों की महफ़िल में कबसे खड़े हैं
एक निगाह ग़लती से हम पे भी डालो
तेरा दीदार हुआ दिल बीमार हुआ
नैनों से जो तीर चला वो दिल के पार हुआ
मेरा दीदार हुआ तू बीमार हुआ
नैनों से जो तीर चला वो दिल के पार हुआ
हुस्न कमाल बुरा हाल मेरा देख मेरी जान
आशिक़ों की महफ़िल में कबसे खड़े हैं
एक निगाह ग़लती से हम पे भी डालो
बाद में ज़माने से तुम इश्क़ करना
आग जो लगी है वो पहले बुझा लो
आशिक़ों की महफ़िल में लाखों खड़े हैं
क्यूँ निगाह अपनी मैं तुम पे ही डालू
इस क़दर हसीन हूँ के सारा ज़माना
रोज़ हमसे कहता है अपना बना लो