Yeh Bezuban Log Bhi
ये बेजुबान लोग भी
झुबान खोलते हैं
कोई जाके उनसे कहे
पत्थर भी बोलते हैं
ये बेजुबान लोग भी
झुबान खोलते हैं
ये बेजुबान लोग भी
झुबान खोलते हैं
कोई जाके उनसे कहे
कोई जाके उनसे कहे
पत्थर भी बोलते हैं
पत्थर भी बोलते हैं
ये बेजुबान लोग भी
झुबान खोलते हैं
ये ज़ुल्मो सीतम आखीर
कब तक सहेगा कोई
बेरेहामो की बस्ती में
कब तक रहेगा कोई
हैं खून से भी महेगा
मजदूर का पसीना
पानी ना समजो इस को
अनमोल ये नगीना
अनमोल ये नगीना
ये बेजुबान लोग भी
झुबान खोलते हैं
कोई जाके उनसे कहे
कोई जाके उनसे कहे
पत्थर भी बोलते हैं
पत्थर भी बोलते हैं
ये बेजुबान लोग भी
झुबान खोलते हैं
सीता का दिया दरजा
मरियम कभी बनाया
नारी को देवी कहके
हमने कभी भुलाया
इतानी बदल गई अब
वो सब्यता हमारी
सब कुछ लुटाके सुली पे
लटकी है आज नारी
लटकी है आज नारी
ये बेजुबान लोग भी
झुबान खोलते हैं
कोई जाके उनसे कहे
कोई जाके उनसे कहे
पत्थर भी बोलते हैं
पत्थर भी बोलते हैं
ये बेजुबान लोग भी
झुबान खोलते हैं
इन आग की लैपटॉप में
अरमान झल रही हैं
कहने को है ज़िंदा पर
इंसान झल रही हैं
मझबुरियो का सौदा
बेबस पे ताना शाही
अंधेर हैं ये कैसा
ये किसी है तबाही
ये किसी है तबाही
ये बेजुबान लोग भी
झुबान खोलते हैं
कोई जाके उनसे कहे
कोई जाके उनसे कहे
पत्थर भी बोलते हैं
पत्थर भी बोलते हैं
ये बेजुबान लोग भी
झुबान खोलते हैं
खामोश पत्थरो से
आवाज देखो आई
ज़ालिम का झूलम हरा और
जीत है सचाई
ये बेजुबान लोग भी
झुबान खोलते हैं
झुल्मो से जाकर कह दो के
पत्थर भी बोलते हैं
पत्थर भी बोलते हैं
पत्थर भी बोलते हैं
पत्थर भी बोलते हैं