Woh Meri Yashoda Maiya
Ravindra Jain
वो मेरी जसोदा मैया उसका में गोविंदा
वो मेरी जसोदा मैया उसका में गोविंदा
माँ हे जब तक जाग मे तब तक
माँ हे जब तक जाग मे तब तक
ममता की मिसाल हे जिंदा
वो मेरी जसोदा मैया उसका में गोविंदा
एक मेहबूबा ने दिलबर से
उसकी माँ का दिल मँगवाया
वो इश्क़ मे अँधा दौड़ा दौड़ा
अपनी माँ के पास आया
वेहशी ने माँ पर वार किया
खंजर सिने के पार किया
ज़ख्मी दिल लेकर भाग चला
ठोकर खाई धरती पे गिरा
तब माँ के दिल से आई सदा
तुझे चोट कहीं आई तो नही
तुझे चोट कहीं आई तो नही
धीरे चलना आइंदा
वो मेरी जसोदा मैया उसका में गोविंदा