Nari Shakti Zindabad
Ravindra Jain
नारी तेरी शक्ति ज़िंदाबाद
तेरा दिल फूल बदन फौलाद
दिल फूल बदन फौलाद
आतुल व्याकुल प्राणो ने
जब जब आवाज़ लगाई
तब धर्म की और धरती की
तू रक्षा करने आई
असुरो ने इस धरती पर
जब अत्याचार किया है
तब शस्त्र उठा कर तूने
उनका संघार किया है
तू कल्याणी तू वरदानी (आ आ)
तू नवयुग की बुनियाद (आ आ)
नारी तेरी शक्ति ज़िंदाबाद
तेरा दिल फूल बदन फौलाद
दिल फूल बदन फौलाद