Ek Bhalu Ki Suno Kahani [Pt. 1]
एक भालू की सुनो कहानी
हम्म हम्म हम्म हम्म
छोड़के जंगल शहर मे आया
हम्म हम्म हम्म हम्म
उसने किसी की बात ना मानी
कर बैठा इंसान से मोहब्बत
हो कर बैठा इंसान से मोहब्बत
देखो भालू की नादानी
एक भालू की सुनो कहानी
हम्म हम्म हम्म हम्म
छोड़के जंगल शहर मे आया
हम्म हम्म हम्म हम्म हम्म
अच्छा uncle आगे क्या होता है
उसने सोचा शहर मे आकर
एक सुखी संसार मिलेगा
गले लगाएँगे सब उसको
प्यार के बदले प्यार मिलेगा
ओ हो ओ हो ओ हो ओ
प्यार की धुन मे नाचता भालू
जब आ पहुचा इंसानो मे
प्यार मिला पल भर को और फिर
हो प्यार मिला पल भर को और फिर
नफ़रत पाई बेगानो मे
आस बड़ी थी इंसानो से
इंसानो ने कदर ना जानी
एक भालू की सुनो कहानी
हम्म हम्म हम्म हम्म
छोड़के के जंगल शहर मे आया
हम्म हम्म हम्म हम्म हम्म
इंसानो के नगर से भालू प्यार की बाज़ी हार के लौटा
बाटने सुख आया था लेकिन
दुख लेके संसार के लौटा
कहता गया रो रो के भालू
कभी ना शहर मे आऊंगा में
सुनके दूर के ढोल सुहाने
हो सुनके दूर के ढोल सुहाने
अब नही धोखा खाऊंगा में
सबसे वफ़ा की आशा रखना
इस दुनिया मे है नादानी
एक भालू की सुनो कहानी
हम्म हम्म हम्म हम्म
छोड़के जंगल शहर मे आया
हम्म हम्म हम्म हम्म
हे हे हम्म हम्म
हो हो आ आ
ओ ओ ओ ओ
हम्म हम्म हम्म हम्म
ओ ओ ओ ओ