Pyasa Hai Man Kya Kare
हो ओ ओ ओ ओ ओ
हो ओ ओ ओ ओ ओ ओ
हो हो ओ ओ ओ
प्यासा है मन क्या करूँ
गम ही गम है दिल क्या करूँ
बिन तुम्हारे सूना दिल ये
सूने नज़ारे हारे प्यासा है मन क्या करूँ
गम ही गम है दिल क्या करूँ
बिन तुम्हारे सूना दिल ये
सूने नज़ारे हारे प्यासा है मन क्या करूँ
नशा बन के छाये है निशि गंधा फूल जो
नशा बन के छाये है निशि गंधा फूल जो
तेरी याद आये तो फिर क्या करूँ
प्यासा है मन क्या करूँ
गम ही गम है दिल क्या करूँ
बिन तुम्हारे सूना दिल ये
सूने नज़ारे हारे प्यासा है मन क्या करूँ
ना ये आरजू हो कम रहे चाहें जो मौसम
ना ये आरजू हो कम रहे चाहें जो मौसम
तमन्ना लहर बने तो क्या करूँ
प्यासा है मन क्या करूँ
गम ही गम है दिल क्या करूँ
बिन तुम्हारे सूना दिल ये
सूने नज़ारे हारे प्यासा है मन क्या करूँ