Chori Chori Kahan Chala
चोरी चोरी कहाँ चला
आए चोरी चोरी कहाँ चला
चोर की तरह
ओ तू है पतंग मैं हू तेरी डोर की तरह
ओ तू है पतंग मैं हू तेरी डोर की तरह
कहाँ चला चोर की तरह
ओ तू है पतंग मैं हू तेरी डोर की तरह
चोरी चोरी कहाँ चला
तूने लगाई है अगन माने ना तू माने ना
काहे तपे मेरा बदन जाने ना तू जाने ना
तूने लगाई है अगन माने ना तू माने ना
काहे तपे मेरा बदन जाने ना तू जाने ना
तोहे कदर क्या मेरी लगन की
बात जब कही तोसे मिलन की
तूने बातो ही बातो मे टाला टाला टाला
चोर की तरह
ओ तू है पतंग मैं हू तेरी डोर की तरह
ओ तू है पतंग मैं हू तेरी डोर की तरह
कहाँ चला चोर की तरह
सुन तू है पतंग मैं हू तेरी डोर की तरह
चोरी चोरी रे कहाँ चला
तेरी नज़र भेद कोई खोले ना रे खोले ना
मन मे तेरे क्या है कभी बोले ना तू बोले ना
तेरी नज़र भेद कोई खोले ना रे खोले ना
मन मे तेरे क्या है कभी बोले ना तू बोले ना
बोल अरे क्या मेरी दीवानी
छेड़ कभी तो प्रेम कहानी
तूने चुप रह के उलझन मे डाला डाला डाला
चोर की तरह
ओ तू है पतंग मैं हू तेरी डोर की तरह
ओ तू है पतंग मैं हू तेरी डोर की तरह
कहाँ चला चोर की तरह
ओ तू है पतंग मैं हू तेरी डोर की तरह
चोरी चोरी रे कहाँ चला
छेड़े बिना बिन कोई बाजे ना रे बाजे ना
तेरे बिना रूप मेरा साजे ना रे साजे ना
छेड़े बिना बिन कोई बाजे ना रे बाजे ना
तेरे बिना रूप मेरा साजे ना रे साजे ना
जनम जनम की साधना है तू
मन है शिवाला देवता है तू
मैं हु पूजा के फुलो की माला माला माला
ओ तू है पतंग मैं हू तेरी डोर की तरह
ओ तू है पतंग मैं हू तेरी डोर की तरह
कहाँ चला चोर की तरह
ओ तू है पतंग मैं हू तेरी डोर की तरह
चोरी चोरी कहाँ चला
चोरी चोरी रे कहाँ चला
चोरी चोरी कहाँ चला
चोरी चोरी कहाँ चला