Vyakul Jiyara
Manoj Yadav
हे ना आ आ
हे ना आ आ
हे ना आ रे
हा आ आ
हा आ आ
हा आ आ
व्याकुल जियरा सुनी नज़र है
तुम्हरी गरज है आजा
व्याकुल जियरा सुनी नज़र है
तुम्हरी गरज है आजा
जियरा इट उत्त् भटके पिया बिन
सिहरी रतियाँ सिहर गया दिन
व्याकुल जियरा सुनी नज़र हा
तुम्हारी गरज है आजा
(?)
आ नैनों में क्यूँ बेघर है
मुझमें तेरा गुजर बसर है
सब वैसे का वैसा वहीं है
रात वही पर चाँद नही है
उजड़े उजड़े पलचीन सारे
उजड़े उजड़े पलचीन सारे
गिन गिन बिन बिन ले हम हारे
व्याकुल जियरा सुनी नज़र है (व्याकुल जियरा सुनी नज़र है)
तुम्हरी गरज है आजा (तुम्हरी गरज है आजा)
आ आ आ आ आ आ
(?)
आ आ आ आ आ आ हे ना
व्याकुल जियरा सुनी नज़र है
तुम्हरी गरज है आजा
व्याकुल जियरा सुनी नज़र है
तुम्हरी गरज है आजा
जियरा इट उत्त् भटके पिया बिन
सिहरी रतियाँ सिहर गया दिन
व्याकुल जियरा सुनी नज़र है
तुम्हरी गरज है आजा
(?)
(?)