Dekh Khudara [Sad]
ANANDJI V. SHAH, KALYANJI V. SHAH, VISHWAMINTRA ADIL
हां कुहू
ये जो खून की राहें लोगों ओ ओ ओ
ये जो खून की राहें लोगों
जम जाएगा मिट ना सकेगा
फूटेगा फिर ज्वाला बनके
ज्वाला से झांझार बनेगा
ज्वाला से झांझार बनेगा
ये जो खून की राहें लोगों
जम जाएगा मिट ना सकेगा
फूटेगा फिर ज्वाला बनके
ज्वाला से झांझार बनेगा
ज्वाला से झांझार बनेगा
आसमां से आग बरसा
दर्या दर्या जहर घोल
आसमां से आग बरसा
दर्या दर्या जहर घोल
मीठी बातों से क्या होगा
बोल अब कोई कड़वा बोल
बोल अब कोई कड़वा बोल
बोल अब कोई कड़वा बोल