Bol Radha Bol [Sad]
ANAND MILIND, SHIVA GANESH
तेरे बिना जी रहा था मै ऐसा
खुशबु बिना फूल ज़िंदा हो जैसे
मै हाल अपना तुझे क्या सुनाऊ
दर्द ऐ जिया तुझको कैसे बताऊ
इक दूसरे से मिले आज ऐसे
मिलके कभी अब न हो हम जुदा
बोल राधा बोल मिलना कैसे हुआ
रब ने सुनी है मेरी इल्तजा को
मेरे किशन रंग लाई दुआ
बोल राधा बोल