Saami Saami
तू जानू वानु जो कहता है
बीवी तेरी हूँ लगता है
सामी मोर सामी
मैं समी समी जो कहती हूँ
मारद मेरा तू लगता है
सामी मोर सामी
तेरे पिच्चे पिच्चे चलूं जैसे
तेरे पिच्चे पिच्चे चलूं जैसे
मंदिर की सीधी पे चढ़ुन सामी
तेरे बगल बैठून ऐसे जैसे
शिव के बगल गौरी मोर सामी
वो डगर जहाँ तेरी नज़र
ले जाए रे प्रेम नगर
सामी आए सामी
अरे सामी आजा सामी
बलम सामी परम सामी
सनम सामी
अरे सामी सामी
आजा सामी सामी
बलम सामी परम सामी
सनम सामी
घुटने पे लेके पिया
लूँगी लपेटे पिया
घुटने पे लेके पिया
लूँगी लपेटे पिया
दिल मेरा धक से करे सामी
मुँह में दबके बीड़ा
कस्स कस्स छबाए जो
केसर टन पे चढ़े सामी
जब तू चीखे चिल्ला के बोले
आए आए आए आए आईई
जब तू चीखे चिल्ला के बोले
झूमें जिगर सामी
पावं पे पावं रख के डोले
घूमें नज़र सामी
जो पास अओन आँखें चुराए
मॅन के सबर को च्चालकाए
सामी आए सामी
अरे सामी आजा सामी
बलम सामी परम सामी
सनम सामी
अरे सामी सामी
आजा सामी सामी
बलम सामी परम सामी
सनम सामी
पहनु जो नयी चुनर
ना पड़े तेरी नज़र
पहनु जो नयी चुनर
ना पड़े तेरी नज़र
क्या रही इसकी क़दर सामी
बलों में फूल लगे
खुश्बू तुझे जो ना मिले
टूटे दिल फूलों का यह सामी
यह पल्लू नीचे जो सरका डून
आ आ एयेए
यह पल्लू नीचे जो सरका डून
तू ना देखे सामी
यह जुल्मी हवा च्छेदे मुझे
तू ना रोके सामी
अगर तेरी जो मैं हो ना सकी
फिर यह जानम बेईमानी है
सामी आए सामी
अरे सामी आजा सामी
बलम सामी परम सामी
सनम सामी
अरे सामी सामी
आजा सामी सामी
बलम सामी परम सामी
सनम सामी