Ishq Da Rog
दिल मेरा बेवजह गुनगुनाने लगा
कही तेरे दिल से रज्जा तो नही
किसी बात पे मुस्कुराने लगा
मोहब्बत का कोई नशा तो नि
तेरी राहों में दिल
है निगाहों में दिल
तू मगर बेख़बर
बेअसर है कहीं
इश्क़ दा रो है लगेया
दिल नू मैं संभाल के रखेया
नैन सोहनेया ने ठगिआ
मैं की करा मैं की करा
सारी सारी रात मैं जग्गेया
तेरे बिन दिन वी ना कटिआ
यादन तड़पवे टेरिआ
मैं की करा मैं की करा
मेरे जीवन की डोरी तेरे हाथ में
जीना और मारना भी तेरे साथ में
सुन माहिया ओह माहिया
नैनो की रस्मे प्यार की कसमे
सब तेरे बॅस में मेरा है क्या
रुक्क रुक्क चड़ते राज्ज नू
तुक्क तुक्क तुझे तकड़ा फिरू
खुशियों से आँखें क्यूँ परदा करे
ये नज़र लड़ गयी
और असर कर गयी
धड़कने जैसे रुक्क सी गयी थी मेरी
इश्क़ दा रो है लगेया
दिल नू मैं संभाल के रखेया
नैन सोहनेया ने ठगिआ
मैं की करा मैं की करा
सारी सारी रात मैं जग्गेया
तेरे बिन दिन वी ना कटिआ
यादन तड़पवे टेरिआ
मैं की करा मैं की करा
मेरी चाहत का कोई तो हिसाब दे
मेरी बातों का कोई तो जवाब दे
सुन माहिया ओह माहिया
तेज़ हवाें कैसे बचाएँ
तूफान से बुझते दिल का दिया
ख्वाब वो सूरमाई भूल तू क्यूँ गयी
बेख़बर ये डगर ये सफ़र है वही
इश्क़ दा रो है लगेया
दिल नू मैं संभाल के रखेया
नैन सोहनेया ने ठगिआ
मैं की करा मैं की करा
सारी सारी रात मैं जग्गेया
तेरे बिन दिन वी ना कटिआ
यादन तड़पवे टेरिआ
मैं की करा मैं की करा
इश्क़ दा रो है लगेया
दिल नू मैं संभाल के रखेया
नैन सोहनेया ने ठगिआ
मैं की करा मैं की करा ओ