Inni Si Gal
ओ ओ माहिया
ओ ओ माहिया माहिया
कभी नहीं जाना मेरी अखियों से दूर
तेरे बिना जीना मुझे नइये मंज़ूर
दिल पे चढ़ा है तेरा ही सुरूर
तेरे बिना जीना मुझे नइये मंज़ूर
मेरी इन्नी सी तो गल मनजा
ओ मखाना इन्नी सी तो गल मनजा
मेरी इन्नी सी तो गल मनजा
ओ मखाना इन्नी सी तो गल मनजा
जितनी भी साँसे मुझे रब ने नवाज़ी
तेरे नाम लिखदू आज
तेरे नाम लिखदू आज
तेरे सिवा दिल पे ना हक़ है किसी का
एलान करदु आज
एलान करदु आज
मेरी इन्नी सी तो गल मनजा
ओ मखाना इन्नी सी तो गल मनजा
मेरी इन्नी सी तो गल मनजा
ओ मखाना इन्नी सी तो गल मनजा
माहिया वे
माहिया वे
तेरी परछाई मैं तू मेरा हमसाया
अब तू जहाँ मैं वहां
अब तू जहाँ मैं वहां
दिल जाँ निसार तेरे मुखड़े पे यार
तेरे बिन मैं बेवजह
तेरे बिन मैं बेवजह
मेरी इन्नी सी तो गल मनजा
ओ मखाना इन्नी सी तो गल मनजा
ओ मखाना इन्नी सी तो गल मनजा
ओ मखाना इन्नी सी तो गल मनजा
इन्नी सी तो गल मनजा
ओ इन्नी सी तो गल मनजा