Kya Hai Sochati Tu
क्या है सोचती क्या है सोचती
क्या है सोचती
क्या है सोचती तू यह बतादे मुझको
चाहे जो पति तू वो कैसा होगा
यूँ मैं कह ना पाऊ पर उसे जो देखु
तो तुम्हे बताऊ वो ऐसा होगा
क्या है सोचती तू यह बतादे मुझको
चाहे जो पति तू वो कैसा होगा
क्या है सोचती तू
यूँ मैं कह ना पाऊ
आया सोम आया
हो जीत ही लेगा दिल का मुक़दमा है वकील अगर वो
झुटे बयान भी देके करेगा मुझसे अगर मगर वो
वो करेगा तुम्हारी रक्षा वो करेगा तुम्हारी रक्षा
होगा जो फौजी officer तो
है अगर कर गया वो पागल एक रोज करदे
मेरा court martial तो कैसा होगा
हो क्या है सोचती तू यह बतादे मुझको
चाहे जो पति तू वो कैसा होगा
ना ना ना ना ना
ना ना ना ना ना
हम्म कौन तुम्हे भाएगा कैसा पति दिखलाऊ हा
कौन पसंद आएगा मैं भी समझ ना पाऔ
हा करलो शादी किसी doctor से मुफ़्त इलाज करेगा (ना ना)
रोज बताके नयी बीमारी मुझपे राज करेगा
हो लगता है की पति तुम्हारा लगता है की पति तुम्हारा
कोई काम ना काज करेगा
दिल मेरा हो लट्टू गर किसिपे जो है
पूरा ही निकट्टू तो कैसा होगा
हो हो क्या है सोचती तू यह बतादे मुझको (हो)
चाहे जो पति तू वो कैसा होगा
यूँ मैं कह ना पाऊ पर उसे जो देखु
तो तुम्हे बताऊ वो ऐसा होगा
हे हे