Kaamil [Orchestral Version]
मुझे पता, दिल तेरा मैने दुखाया है
ये बंदा माफ़ खुद को ना कर पाया है
हमेशा मैने तुझको ही चाहा है
माना मैने, कहानी ना कामिल कर पाया
मुझे पता, दिल तेरा मैने दुखाया है
ये बंदा माफ़ खुद को ना कर पाया है
हमेशा मैने तुझको ही चाहा है
माना मैने, कहानी ना कामिल कर पाया मैं
कहानी ना कामिल कर पाया मैं
ज़रा नहीं है भरोसा तुझे मुझपे, हां, क्यूँ
ना जाने क्यूँ यूँ मुझे तडपाया है
की दिल, साला, तुझको ही चाहता क्यूँ
खैर जो भी है, चल, तू थोड़ी सी भोली है, पर
तू जानती, हाथ में हैं नहीं हालात ये मेरे, तू चैन से सोती हर-पल
ज़रा भी होती खबर तो बहने ना देती ये अश्क़ ये आँखों से
है मेरी क़सम तुझे, तू रोइयो ना, आँसू मोती हैं, पर
आँसू मोती हैं, पर पिरोना तुझे आता नहीं, हां, आता नहीं
ये दिल ना लगाया होता जो, हो जाती थोड़ी आसानी, हां, आसानी
आँसू मोती हैं, पर पिरोना तुझे आता नहीं, हां, आता नहीं
ये दिल ना लगाया होता जो, हो जाती थोड़ी आसानी, हां, आसानी
करा मैने तेरा वक़्त ज़ाया (ज़ाया है)
बुलाने पे भी जाने क्यूँ ना आया (ना आया है)
कर दिया यूँ ही पराया (पराया मैं)
बन ना सका तेरा साया (साया मैं)
मुझे पता, दिल तेरा मैने दुखाया है
ये बंदा माफ़ खुद को ना कर पाया है
हमेशा मैने तुझको ही चाहा है
माना मैने, कहानी ना कामिल कर पाया मैं
मुझे पता, दिल तेरा मैने दुखाया है
ये बंदा माफ़ खुद को ना कर पाया है
हमेशा मैने तुझको ही चाहा है
माना मैने, कहानी ना कामिल कर पाया मैं
कहानी ना कामिल कर पाया मैं