Jai Ram by Sadhna Sargam
मेरे रोम रोम में राम बसें
मेरे रोम रोम में राम
मेरे रोम रोम में राम बसें
मेरे रोम रोम में राम
राम ही मेरे प्राण आधार हैं
राम ही मेरे प्राण
जय राम जय राम
जय राम जय राम
जय राम जय राम
जय राम जय राम
बाम अंग हैं सीता मैया
दायें अंग लखन
आगे आगे चले शान से
पवन पुत्र बजरंग
बाम अंग हैं सीता मैया
दायें अंग लखन
आगे आगे चले शान से
पवन पुत्र बजरंग
साँझ सवेरे मैं गाऊँ
बस तेरा ही गुणगान
जय राम जय राम
जय राम जय राम
जय राम जय राम
जय राम जय राम
तेरी लीला तू ही जाने
हैं विष्णु अवतार
मैं तुझमें हूँ तू मुझमें
बस जानूँ इतना सार
तेरी लीला तू ही जाने
हैं विष्णु अवतार
मैं तुझमें हूँ तू मुझमें
बस जानूँ इतना सार
हे करुणा के सागर कर दो
मेरा भी कल्याण
जय राम जय राम
जय राम जय राम
जय राम जय राम
जय राम जय राम