Pehla Pyaar
जब से तुझे देखा हैं
गुज़रती गलियों में
नज़र मेरी हटती नहीं
खोया हूँ राहों में
जागता हूँ रातो को
तेरे खयालो में
बेचैन रहता हूँ
अपने सवालो में
तेरा इश्क़ दरिया ये कोई
दिल उसमें डूब ना चाहे
तू ही हैं मेरी साँसे
तू है मेरा
पहला पहला प्यार मेरा
आँखों का दीदार मेरा
तुही मेरे जीने की वजह
हो ओह पहला पहला प्यार मेरा
आँखों का दीदार मेरा
तुही मेरे जीने की वजह
हो मैंने रब से माँगा तुझे
सौ दफा दुआओं में
रहना है बस मुझे
संग तेरे जाना
जब से मिली नज़रे तुमसे
भूल बैठा खुद को ही
तेरा असर है देखो
बन गया दीवाना
तेरे इश्क़ की बारिशो में
क्यूँ दिल ये भीगना चाहे
तुही है मेरी साँसे
तू ही है मेरा
पहला पहला प्यार मेरा
आँखों का दीदार मेरा
तुही मेरे जीने की वजह
हो ओह पहला पहला प्यार मेरा
आँखों का दीदार मेरा
तुही मेरे जीने की वजह