Shri Krishna Tumhi Vishnu Tumhi Adhbudh Maya Dhari [2]
श्री कृष्णा तुम्ही, विष्णु तुम्ही अद्भुत मायाधारी
हम आरती करें तिहारी
अखिलेश्वर हो, निखिलेश्वर हो
सुर नर मुनि जन हितकारी
श्री कृष्णा तुम्ही,विष्णु तुम्ही अद्भुत मायाधारी
प्रभु तुम हो दसवतारी
प्रथमाम मत्स्या रूपश्चा वेदोधारमेवछा
द्वितियाँ कुर्मा रूपसचा पर्वतोद्धारामेवाचा
वरहा रूपम तृतीयास्चा भूदेव्योद्धारमेवछा
चतुर्तम नरहरी रूपम हीरण्याक्षम वाधोमेव
पांचमाम वामानो रूपम त्रिपादम दानमेवछा
सष्ठम परशुरांश्चा पानिश्छा परशुधारणम
सप्टमाम राम चंद्रसचा मर्यादा अनुपालनाम
अष्टमाम कृष्णा रूपए छा
नारायण नमोस्तुते (नारायण नमोस्तुते)
अले कृष्ण स्थले कृष्ण कृष्णाम आकाशामुच्यते
स्थावरम जंगमाम कृष्ण सर्वाँ कृष्णमायँ जगत
आकाशाट पतित्म टॉयं, यथा गच्च्छती सागरम
सर्वा देव नमस्कारा, केशवाँ प्रति गच्च्छती