Sahaj Bhaav Se Shiv Dhanur Toda Janam Janam Ka Naata Joda
K. S. Chithra
सहज भाव से शिव धनु तोड़ा
जनम जनम का नाता जोड़ा
जय माला का शुभ क्षण आया
तीन लोक मे आनंद छाया
दो चार चरण चलते चलते
श्री रघुवर तक ऐसे पहुचे
ज्यों छुई हुई के पल्लव हो
सिमटे सिमटे सकुचे सकुचे
सिमटे सिमटे सकुचे सकुचे
श्री राम चकित चितवे सीता का
अद्भुत रूप निराला
पहनाओ जय माला
श्री रघुवर कोमल कमल नयन को
पहनाओ जय माला
पहनाओ जय माला