Tery Bina Jeena
बुल्लेह शाह
ज़हेर वेख के पीता ते की पीता
इश्क़ सोच के कीता ते की कीता
दिल दे के दिल लाइन दी आस रखी
प्यार एहो जेहा कीता ते की कीता
बादलों में देखो कैसे चाँद चमकता
शरमाये.. मुस्कुराए
मेरे संग कदम-कदम तू चलता.. ही जाए
मुस्कुराए.. मॅन मेरा ये कहे
रब से तू माँग लाउ
हू-बा-हू माँग लाऊ
पढ़ लिया है मैने इश्क़ दा कलमा
तेरे बिना जीना, नही वे सोणेया
तेरे बिना जीना, नही वे सोणेया
तेरे रंग रंगी गयी वे सोणेया
मैं ते हूँ मैं ना रही वे सोणेया
तेरे बिना जीना, नही वे सोणेया
तेरे बिना जीना, नही वे सोणेया
एम्म
ओ… आके समा भी जा तू
मेरे अधूरेपन में
मैं भी तेरी लो से जलू
पलकों के साए साए
एक तू ही हमसफ़र हो
हर ख्वाब से आगे चलूं
मॅन में तू ही समा रहा
धड़कनो पे है च्छा रहा
पढ़ लिया है मैने इश्क़ दा कलमा
तेरे बिना जीना नही वे सोणेया
तेरे बिना जीना नही वे सोणेया
तेरे रंग रंगी गयी वे सोणेया
मैं ते हूँ मैं ना रही वे सोणेया
तेरे बिना जीना नही वे सोणेया
तेरे बिना जीना नही वे सोणेया
इश्क्क़ संग लगी, मलंग विच रंगी
ये दिल तुझे रब्ब से ही मंगदा
इश्क्क़ संग लगी, मलंग विच रंगी
ये दिल तुझे रब्ब से ही मंगदा
ना जानू मुझे कब तू कैसे तू मिलेगा
ये जानू बस तू मुझे मिलेगा, मिलेगा
मैं संग तेरे रहु ना रहु
प्यार मेरा तो रहेगा सदा
ओ.. तेरे ही नूर से है
नैनो को बाँधा मैने
कुछ ना दिखे तेरे सिवा
आजा तू साथ मेरे
चाहत की इंतेहा पर
सारी हदों को तोड़ डाल
प्यार की जूस्तजू है
यार जो रूबरू है
पढ़ लिया है मैने इश्क़ दा कलमा
तेरे बिना जीना नही वे सोणेया
तेरे बिना जीना नही वे सोणेया
तेरे रंग रंगी गयी वे सोणेया
मैं ते हूँ मैं ना रही वे सोणेया