Sajna Ve
आ आ आ आ
साजन साजन मैं करूँ
म्हारो साजन जीव जड़ी
सूरत लिखा दू, जूड ले
बाचून घड़ी घड़ी
मन बावरा हुआ जा रहा
कैसी लगन ये लगी
मुझमे कहीं भी मैं नहीं
तू ही तू है मुझमे हर कहीं
मन बावरा हुआ जा रहा
कैसी लगान ये लगी
मुझमे कहीं भी मैं नहीं
हा तू ही तू है मुझमे हर कहीं
सजना वे, सजना वे
रब्बा तू ही अपना वे
देखे मेरे नैना जिसे तू ही है वो सपना वे
सजना वे, सजना वे
रब्बा तू ही अपना वे
देखे मेरे नैना जिसे तू ही है वो सपना वे
रे ग ग ग रे म ग रे सा नी
रे ग ग ग
रे ग ग ग रे म ग रे सा नी
रे ग म म प
किसी राह भी मैं चलूं
तुझसे मैं आ के मिलूं
दीदार करके तेरा
तारों की तरह मैं खिलु
आ खाता माफ़ रब्बा करे
सजदे में तेरे झूकून
तेरी एक हँसी पे यारा
बिना मोल ही मैं बिकु
सजना वे सजना वे
रब्बा तू ही अपना वे
देखे मेरे नैना जिसे तू ही है वो सपना वे
सजना वे सजना वे
रब्बा तू ही अपना वे
देखे मेरे नैना जिसे तू ही है वो सपना वे
आ आ
आ आ आ आ
ग रे नी धा सा सा सा सा नी धा नी रे
ग रे नी धा सा सा सा
ग रे नी धा सा सा सा सा नी धा नी रे
ग रे नी धा सा सा सा धा प म
म म प धा नी धा नी धा प धा नी सा रे नी सा
सा रे नी सा सा रे नी सा सा रे नी सा
नी धा धा नी प धा म प ग म रे सा
नूर चाँद में है नया
नयी है फ़िज़ा में नमी
तुम जो आए थे ना मेरी
ज़िंदगी में थी हर कमि
आ जब से तेरी संगत हुई
दुनिया मेरी जन्नत हुई
बदलने लगी रुत जैसे
खुदा की इबादार हुइ
सजना वे सजना वे
रब्बा तू ही अपना वे
देखे मेरे नैना जिसे तू ही है वो सपना वे
सजना वे सजना वे
रब्बा तू ही अपना वे
देखे मेरे नैना जिसे तू ही है वो सपना वे
मन बावरा हुआ जा रहा
कैसी लगन ये लगी
मुझमे कहीं भी मैं नहीं
आ तू ही तू है मुझमे हर कहि
सजना वे सजना वे
रब्बा तू ही अपना वे
देखे मेरे नैना जिसे तू ही है वो सपना वे
सजना वे सजना वे
रब्बा तू ही अपना वे
देखे मेरे नैना जिसे तू ही है वो सपना वे