Phir Se [Rahat Fateh Khan]
फिर मुझे दिल बेकरार
करने लगा है
फिर किसी का इंतज़ार
करने लगा है
फिर से चाहता है
हन पल वो खुशी के
फिर किसी से यह तो
प्यार करने लगा है
फिर मुझे दिल बेकरार करने लगा है
फिर किसी का इंतज़ार करने लगा है
फिर से चाहता है
हन पल वो खुशी के
फिर किसी से यह तो
प्यार करने लगा है
यह दिल को हुवा क्या है
यह दिल को हुवा क्या है
किसी के तस्सबूर में एब्ब दिन काटता है
किसी के ख़यालों में यह एब्ब जागता है
किसी के तस्सबूर में एब्ब दिन काटता है
किसी के ख़यालों में यह एब्ब जागता है
फिर वफ़ा पे ऐतबार करने लगा है
फिर फ़िज़ाव को बहार करने लगा है
फिर से देखता है यह सपने किसी के
हो हो फिर किसी पे जान निसार करने लगा है
यह दिल को हुवा क्या है
फिर से चाहे हाथों में
यह चूड़ी वाले हाट
फिर से चाहे कोई कर ले
पहारों इससे बात
फिर से चाहे रातों में
यह रातों के एहसास
फिर से चाहे होंटो पे
होंटो की सौगात
फिर से चाहे बाहों
में हो कोई सारी रात
फिर से चाहे महकी
हुई कोई मुलाकात
कोई मुलाकात
फिर से खाइश बार
बार करने लगा है
फिर लबों से ज़िक्र
यार करने लगा है
फिर से माँगता है
यह चाहत किसी की
हो हो फिर तमन्नाए
हज़ार करने लगा है
फिर मुझे दिल बेकरार
करने लगा है
यह दिल को हुवा क्या है
यह दिल को हुवा क्या है
यह दिल को हुवा क्या है