Shiva Theme
क्षण भी है तू
तू ही समय भी है
सृष्टि भी तू
तू ही प्रलय भी है
स्वयं ही तू अग्नि है
महादेवा ॐ महेश्वरा
अग्नि बिलम जटा धरा
स्वयं ही तू अग्नि है महादेवा ॐ महेश्वरा अग्नि बिलम जटा धरा
धौंकनी सी तेरी सांसें चलती है
तेरा तपता कपाल
है लावा जैसा धमनियों के
रक्त में उबाल
पिघलाए हुए लोहे से
ये तेरी पसलियां हैं बनी
खोल दे भुजाएं तो
धड़क उठे मशाल
आदि नहीं तेरा
ना कोई अंत है
अजर तू
अजात है जयंत है
स्वयं ही तू अग्नि है
महादेवा ॐ महेश्वरा अग्नि बिलम जटा धरा
महादेवा ॐ महेश्वरा अग्नि बिलम जटा धरा
आज अग्नि उजागर हो
प्रज्वलित इक दिवाकर हो
सदा हो रौशनी की जय
परास्त अंधकार हो.