Aaj Suno Ham Geet Vida Ke Ga Rahe
MANIAN PRADEEP, VASANT SHANTARAM DESAI
आज सुनो हम गीत विदा का गा रहे
दो दुखियरे पांच्ची बिच्छड़े जा रहे
बहुत दीनो के साथी हाए जुड़ा होते
गुम सूम आंखाड़ियो मे आँसू आ रहे
कोई मत पूछो कौन है ये क्यू रोते है
इस जाग मे ऐसे भी अभागे होते है
लूट गये फिर भी दिल का दर्द च्चिपा रहे
दो दुखियरे पांच्ची बिच्छड़े जा रहे
आज सुनो हम गीत विदा का गा रहे
दो दुखियरे पांच्ची बिच्छड़े जा रहे.