Mach Gaya Shor
SAMEER, ANAND SHRIVASTAV, MILIND SHRIVASTAV
मच गया शोर नगरिया मे मच गया शोर नगरिया मे
मच गया शोर नगरिया मे बिछु मार गया बीच बज़ारिया मे
बिछुआ भीचुआ बिछुआ बिछुआ
बाज़ार मे क्या करने गयी थी बाज़ार मे क्या करने गयी थी
तौबा मेरी क्यू मरने गयी थी मरने गयी थी
जाने कहे से आया बेदर्दी लिपात मोरी चुनरिया मे
बिछुआ मार गया बीच बज़ारिया मे
बिछुआ बिछुआ बिछुआ बिछुआ
पहले किया ना महसूस ऐसा पहले किया ना महसूस ऐसा
कैसे बतौन है दर्द कैसा है दर्द कैसा
जाएगी कैसे कोई बता दे है पीड मोहरी कमारिया मे
बिछुआ मार गया बीच बज़ारिया मे बिछुआ
मच गया शोर नगरिया मे बिछु मार गया बीच बज़ारिया मे
बिछुआ बिछुआ बिछुआ बिछुआ बिछुआ बिछुआ बिछुआ बिछुआ