Kaash
उ उ उ तू रु तू जम जम जाम जम जम जम आ आ
जो है अब की बातें, वह कल की यादें (जम जम)
काश बीतें वो दिन, कोई वापस ला दें(जम जम)
मेरे दिल के टुकड़ों, तुम्हे क्या में बोलूं (जम जम)
तुम्हारे बिन जीने का राज़ कैसे खोलूं (जम जम)
किसी ने ये कहा था मुझे (आ आ)
इन लम्हों मे तुम ज़िंदगी जी ले (आ आ)
पर अब वो दिन आया, रेत पकड़ ना पाया (आ आ)
क्यूँ यह ख़याल आया आज मुझे (आ आ)
फिर कल में लौटूँगा, तुमसे में पूछूँगा, (आ आ)
क्या याद करते हो कभी मुझे (आ आ)
और तुम बोलगे बस वापस आकर, (जम जम)
जो लक्ष्य थे, जो सपने थे, सारे निभाकर (जम जम)
इस दिन की मिठास कम होने ना देना (जम जम)
तुमसे आती है साँस, मुझसे खुद को ना लेना (जम जम)
किसी ने कहा था मुझे, इन लम्हों मे तुम ज़िंदगी जी ले (जम जम)
पिया, सजना, कैसे कहूँ में मोरे पिया
पर अब वो दिन आया, रेत पकड़ ना पाया
क्यूँ यह ख़याल आया आज मुझे
फिर कल में लौटूँगा, तुमसे में पूछूँगा
क्या याद करते हो कभी मुझे
और तुम बोलॉगे बस वापस आकर (सा नि सा नि सा पा सा नि सा रे रे सा)
जो लक्ष्या थे, जो सपने थे, सारे निभाकर (सा नि सा नि सा पा सा नि सा रे रे सा)
इस दिन की मिठास कम होने ना देना (सा नि सा नि सा पा सा नि सा रे रे सा)
तुमसे आती है साँस, मुझसे खुद को ना लेना