Dhal Gaya Chand, Gayi Raat
ढल गया चाँद गयी
रात चलो सो जाए
ढल गया चाँद गयी
रात चलो सो जाए
हो चुकी उनसे
मुलाकात चलो सो जाए
ढल गया चाँद..
डोर तक घूंज
नहीं है किसी सहनाई की
डोर तक घूंज
नहीं है किसी सहनाई की
लूट गयी आश् की
बारात चलो सो जाए
लूट गयी आश् की
बारात चलो सो जाए
ढल गया चाँद
लोग इकरारे वाफफा
करके भुला देते हैं
लोग इकरारे वाफफा
करके भुला देते हैं
यह नहीं कोई नयी
बात चलो सो जाए
यह नहीं कोई नयी
बात चलो सो जाए
ढल गया चाँद
इतने च्चेंटो से ना
धोया गया ये दागेआलम
इतने च्चेंटो से ना
धोया गया ये दागेआलम
क्या कहेगी बरसात
चलो सो जाए
क्या कहेगी बरसात
चलो सो जाए
ढल गया चाँद गयी
रात चलो सो जाए
हो चुकी उनसे
मुलाकात चलो सो जाए
चलो सो जाए, चलो सो जाए