Chanchal Chanchal Aakhein
चंचल चंचल आँखे
हैं भोली भली बातें हैं
चंचल चंचल आँखे
हैं भोली भली बातें हैं
उसके ख्वाबो मे कटती
मेरी सारी रते हैं
रोज सुबह अंगड़ाई लेकर
खिड़की से मुस्काती हैं
वो लड़की बाद एक नज़र
मे दीवाना कर जाती हैं
वो लड़की बाद एक नज़र
मे दीवाना कर जाती हैं
चंचल चंचल आँखे
हैं भोली भली बातें हैं
उसके ख्वाबो मे काट ती
मेरी सारी रते हैं
उसको चुने की खातिर
चंदा की किर्ने आती हैं
उसकी जुल्फे खुल जाए तो
गुलशन को महकती हैं
उसको चुने की खातिर
चंदा की किर्ने आती हैं
उसकी जुल्फे खुल जाए तो
गुलशन को महकती हैं
शाम ढले अपनी आँखो
से मैखना चलकती हैं
वो लड़की बाद एक नज़र
मे दीवाना कर जाती हैं
वो लड़की बाद एक नज़र
मे दीवाना कर जाती हैं
चंचल चंचल आँखे
हैं भोली भली बातें हैं
उसके ख्वाबो मे काट ती
मेरी सारी रते हैं
जबसे उसको देखा हैं
दिल मे हलचल सी रहती हैं
हर दम घर मे उसकी
यादो की महफ़िल सी रहती हैं
जबसे उसको देखा हैं दिल
मे हलचल सी रहती हैं
हर दम घर मे उसकी
यादो की महफ़िल सी रहती हैं
तन्हा मिल जाए तो मेरी
धड़कन सी रुक जाती हैं
वो लड़की बाद एक नज़र
मे दीवाना कर जाती हैं
वो लड़की बाद एक नज़र
मे दीवाना कर जाती हैं
चंचल चंचल आँखे
हैं भोली भली बातें हैं
उसके ख्वाबो मे काट ती
मेरी सारी रते हैं
रोज सुबह अंगड़ाई लेकर
खिड़की से मुस्काती हैं
वो लड़की बाद एक नज़र
मे दीवाना कर जाती हैं
वो लड़की बाद एक नज़र
मे दीवाना कर जाती हैं