Ishq Fitoori
दर खुल गये हैं जन्नत के फिर से
उड़ने लगे हैं अरमान दिल के
दर खुल गये हैं जन्नत के फिर से
उड़ने लगे हैं अरमान दिल के
उड़ते परिंदे काई बाशिंदे
गफलत में पद गये ना
इश्क़ फितूरी
इश्क़ फितूरी
मम्मम ह मम्मम ह मम्मम ह
सवेरे सवेरे कपड़ों अपने
चंदन की खुश्बू रग़ाद के
कड़क धूप सर पे
चले हम तो घर से
मोहब्बत की गाड़ी पकड़ के ना ना ना ना
सवेरे सवेरे कपड़ों अपने
चंदन की खुश्बू रग़ाद के
कड़क धूप सर पे
चले हम तो घर से
मोहब्बत की गाड़ी पकड़ के
तेरे नाम ही बहरे शरीयत
लिखी ज़िंदगी की वसियत
तेरे नाम ही बहरे शरीयत
लिखी ज़िंदगी की वसियत
उड़ते परिंदे काई बाशिंदे
गफलत में पद गये ना
इश्क़ फितूरी
इश्क़ फितूरी
मम्मम ह मम्मम ह मम्मम ह
बागों बगीचों में तितली का उड़ना
गुल गुंचे खुश्बू लुटाते
खुले आसमान में खिली चाँदनी है
तारे भी है टिमटिमाते तू र र र र
बागों बगीचों में तितली का उड़ना
गुल गुंचे खुश्बू लुटाते
खुले आसमान में खिली चाँदनी है
तारे भी है टिमटिमाते
रातों की यह जगमगाहट
है चाँद की मुस्कुराहट
रातों की यह जगमगाहट
है चाँद की मुस्कुराहट
उड़ते परिंदे काई बाशिंदे
गफलत में पद गये ना
इश्क़ फितूरी
इश्क़ फितूरी