Majnu
हो दिन रात यूँ सोचता हूँ
तुझे हासिल करूँ कैसे
सनम तुझको मैं
तुझे क्या कहूं मैं
तुझे क्या कहूं मैं
कैसे जूनून है मेरा
तुझे जबसे मिला हूँ
सो ना सका हूँ
बस है ख्याल तेरा
कभी मजनू बना
कभी राँझा बना हूँ
ऐसा है हाल मेरा
तुझे जबसे मिला हूँ
सो ना सका हूँ
बस है ख्याल तेरा
कभी मजनू बना
कभी राँझा बना हूँ
ऐसा है हाल मेरा
दिल को मेरे कब ये हुआ
मुझको पता ना चला
सौ सौ दफा देखूं तुझे
तू ही तो रब है मेरा
बुल्ले नु समझावण आइयाँ
बेहना ते बन जाइयाँ
माँ मैं भुल्लेया साड्डा केहड़ा
छड़ दे पल्ला राहियाँ
पर मैं सुनु ना
पर मैं सुनु ना
अब तो किसी की सदा
तुझे जबसे मिला हूँ
सो ना सका हूँ
बस है ख्याल तेरा
कभी मजनू बना
कभी राँझा बना हूँ
ऐसा है हाल मेरा
तुझे जबसे मिला हूँ
सो ना सका हूँ
बस है ख्याल तेरा
कभी मजनू बना
कभी राँझा बना हूँ
ऐसा है हाल मेरा